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Friday, May 14, 2010

दोहा

१.क्यूँ नी खूयो रे नरां, जे खूयो धन-धान . पल्लो झड रीतो हुयो,खोयो है जे मान
२.भूख मरयां सूं हरि मिले, तो अजगर बड़ मान सेंसूं पेल्लां आ मिले, जंगल में भगवान
३.धर्म राखनो आप रो ,निज रा प्राण गुमाय .  घास नीं खावे केशरी,मांस नीं खावे गाय
४.बगत चलावे जगत ने ,बगत बड़ो बलराय,दुर्गत हुय री गाय री, बकरी महलां मांय
५.चोकी ऊपरबैठनो,रमणो चोपड़,ताश,म्हूँ तन्ने पूछूं गामडा,बो कठे प्यार बिशवास.
६.डाली-डाली झूलनो,झोटे-झोटे प्यार. आँगन-आँगन छेकती,बसी आज तकरार.
७.बणणो चावे आदमी,बातां सु भगवान, घट रे माहीं झांक ले ,पेल्लां बण इन्सान .
८.लोग बतावे बावला,करां नियम री बात,भैंस ऊणा री हूँ गयी,लाठी जिण रे हाथ
९.आम सरीको नीमड़ो,निमोल्याँ रसदार,खेजडल्यां खोखा घणा,मुरधर रो सत्कार
१०.खेतां मोरण मोरता,खांता धाप मतीर,आज बाजारा बिक रयो, बो संपत अर सीर.
११.कबड्डी खोखो हरदड़ो, मारदडी री मार,कुश्ती दंगल हूंवता, चर्चा बार त्योंहार .
१२. गुवाड़ गाम री सिमट गी,बंद हुई किलकार,टेलीविजना हूँ रई,किरकट री जेकारदोहा
१३.जागन जम्मा लागता,पाँचयूँ पून्युं खीर.टंकयां तुलग्यो दूधड़ो,तरसे गूगो पीर
१४.खीर खांड रो जीम्णों,मांही घी री धार,देशी घी खा टाबरी, पड्ज्या आज बीमार
१५.खेजडल्यां रो खातमो,धरती तरसे नीर,मिनख लाग रयो फोड़ बा ,धोरां री तकदीर.
१६.भाई भाई सु उठ्यो बिस्वे रो बिस्वास ,थाली मोखा करणिया,बनया फिरे है खास. 

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